मंगल दोष और मांगलिक में क्या अंतर है ?


मंगल दोष वह दोष है जो मंगल के खराब होने से लगता है चाहे वह 1 घर में बैठा हुआ हो या 12 वे घर में बैठा हुआ हो, यानी कि एक से लेकर 12 घरों तक यदि मंगल योग द्वारा, दृष्टि द्वारा या घर में बैठने के हिसाब से खराब अवस्था में हो तो ऐसे में मंगल को खराब माना गया है और मंगल के दोषों से व्यक्ति का जीवन प्रभावित एवं पीड़ित रहता है l

मंगल की जब भी खराबी आती है इंसान के अंदर गुस्सा, चिड़चिड़ापन, ना सुनने की ताकत, डरना, लड़ाई झगड़ा करना जैसी प्रवृत्ति आ जाती है और इंसान जिंदगी में कामयाबी हासिल नहीं कर पता l अपने भाई, यार-दोस्त और मित्रों से भी इसकी कहीं ना कहीं अनबन बनी ही रहती है l खुशियों के हर मामले बिगड़ते हुए नजर आते हैं l

जब भी वह कोई खुशी का मौका बनाते हैं उसमें कोई ना कोई दोष अवश्य शामिल हो जाता है जैसे की शादी किसी और के घर में हो रही है लेकिन लड़ाई झगड़ा अपने घर में हो जाते हैं l मांगलिक कार्य किसी और के यहां हो रहा है लेकिन लड़ाई झगड़ा अपने यहां बन जाते हैं l कोई भी शुभ काम करके आए हैं, कोई भी तीर्थ यात्रा से आए हैं और उसके आने के बाद बीमारियों में फंस जाते हैं, लड़ाई झगड़े में फंस जाते हैं ऐसी स्थिति बार-बार देखने को मिलती है l 

व्यक्ति को मंगल दोष के खराबी होने के कारण और मांगलिक योग के बारे में यदि बताया जाए तो मांगलिक होना कोई गलत बात नहीं है आज की तारीख में बहुत सारे लोग मांगलिक योग में पैदा हो रहे हैं परंतु हर किसी का जीवन खराब नहीं है और हर किसी का जीवन सुख मय नहीं है l मांगलिक व्यक्ति तब बनता है जब कुंडली के अंदर मंगल 1,4,7,8 या 12 भाव में बैठा हुआ हो तो ऐसा व्यक्ति मांगलिक कहलाता है l ऐसे में कहां गया है यदि जातक की बीवी मांगलिक ना हो तो दोष का कारण बनता है वह इसलिए क्योंकि मंगल यदि व्यक्ति का प्रभावित हो तो ऐसे में औरत का स्वास्थ्य बिगड़ना लाजिमी हो जाता है और दोनों में अनबन बनना शुरू हो जाती है परंतु दोनों का ही अगर मंगल मांगलिक योग का हो तो ऐसे में जीवनसाथी का सुख पूर्ण रूप से भोक्ता है और खुश रहता है l मांगलिक योग केवल दो युगों में बहुत ही प्रभावशाली माना गया है और बहुत सावधानी बरत करके इसको आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि मंगल 4 घर का और 8 घर का इंसान को बहुत ज्यादा कष्ट करवाता है और जीवन में खुश रहने नहीं देता l

मांगलिक वाले व्यक्ति हमेशा दिल के बहुत अच्छे होते हैं और दूसरों की समस्या अपने ऊपर लेने वाले होते हैं इसी कारण से यह परेशान रहते हैं l

आशा करते हैं कि यह जानकारी आप लोगों के काम आएगी और यदि कभी मांगलिक लड़के की शादी मांगलिक लड़की से हो जाए या मांगलिक लड़की की शादी मांगलिक लड़के से हो जाए तो ऐसे में उपाय करके चलना बेहद ज्यादा जरूरी होता है अपनी वैवाहिक जीवन को चलाने के लिए इसमें कुंडली परामर्श करके आगे बड़े l

दूसरा यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष उत्पन्न है तो ऐसे में मंगल दोष की पूजा करवा कर मंगल ग्रह की शांति करवरकर आगे बढ़ा जा सकता है और दूसरा यदि वह हर मंगलवार लाल मिठाई का दान करें खाए नहीं और ना ही घर में लेकर आए तो भी समय के अनुसार मंगल के देशों में कमी देखने को मिलेगी और जीवनयापन सुख में व्यतीत होगा l