आजकल अक्सर हर घर में एक आम समस्या पाई जाती है कि बच्चों की अपने पिता से बन नहीं पाती उनके साथ उनके लाल मेल खराब रहते हैं या फिर आपसी सोच मिल नहीं पाती l ऐसा नहीं है कि उनके बीच में प्यार नहीं होता परंतु कुछ बातें ऐसी हो जाती है जो एक दूसरे को असहनीय होती है इसका मुख्य कारण होता है बच्चों की कुंडली के अंदर सूर्य और राहु का मेल होना चाहे राहु, सूर्य के ऊपर दृष्टि रख रहा हो सूर्य राहु की युति बनी हुई हो या राहु ने सूर्य को टक्कर मार रखी हो या राहु, सूर्य के घरों में बैठा हुआ हो यह अवस्था सूर्य को खराब कर देती है तो ऐसी अवस्था के अंदर यदि बच्चा या बच्चे के पिता बच्चे के
1. वजन का दसवां हिस्सा कच्चा कोयला जल प्रवाह कर देते हैं l
2. 43 तांबे के सिक्के सारी रात कच्चे कोयले की आग में जलकर सुबह 4 से 5 बजे के बीच में जल प्रवाह कर दे l ( यह क्रिया रविवार की रात को करनी है ) तीसरा 43 दिन 1 किलो जॉ पर कच्चे दूध का छींटा मार के जल प्रवाह करें l
यदि बच्चा या पिता अपने आपसी तालमेल को संभालने के लिए और अपने बीच के मन-मुटाव को दूर करने के लिए यह उपाय कर देते हैं तो उनको अवश्य ही राहत मिलेगी और एक दूसरे के तालमेल में मजबूती देखने को मिलेगी l
जय माता दी ll